राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में चार शंकराचार्यों के आने से इनकार करने की वजह से काफी विवाद चल रहा है. इस पर अब कवि कुमार विश्वास ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. प्राण प्रतिष्ठा से पहले होने वाला अनुष्ठान भी शुरू हो गया है. हालांकि, राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शंकराचार्यों ने हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है. इसे लेकर काफी विवाद भी मचा हुआ है. जब कवि कुमार विश्वास से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि शंकराचार्यों पर टिप्पणी करना उनके लिए सही बात नहीं है.
वहीं, जब विश्वास से सवाल किया गया कि शंकराचार्यों ने प्राण प्रतिष्ठा में4 नहीं आने का फैसला किया है. इस पर आप क्या कहना चाहेंगे. इसके जवाब में कवि ने कहा, 'हमने तो अपने पिता के आगे कभी नहीं बोला है. अगर कोई व्यक्ति ऐसा कह रहा है तो वह खुद इतने बड़े संत हैं. उन पर टिप्पणी करने का मुझे कोई अधिकार नहीं है.'
उन्होंने आगे कहा, 'हम उस परंपरा में हैं, जहां हम अपने पिता की किसी बात का प्रतिकार नहीं करते, उत्तर नहीं देते और टिप्पणी नहीं करते हैं. भगवान शंकराचार्य तो सनातन धर्म की मर्यादा पीठ के पितामह हैं. वे स्वयं ईश्वरीय वाणी हैं. मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति के लिए उन पर टिप्पणी करना सीमा से बाहर की बात है.'
बता दें शंकराचार्य इस बात पर नाराज है कि अधूरे मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है. जो सनातन धर्म और शास्त्र के अनुसार सही नहीं है.
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